Sunday, September 1, 2013

हॉट चमेली, चढ़ने क्यों नहीं देता

प्रेमसुख लाल पहली सुहागरात को अपनी नई नवेली दुल्हन को सहलाते हुए बोला - तुम्हें पता है...! मैं ना हमारी शादी से पहले छह-सात औरतों के साथ सो चुका हूं।
नई नवेली दुल्हन ने मुस्कुरा कर जबाव दिया - मुझे तो पहले से ही पता था, जब हमारी कुंडली इतनी अच्छी मिली है तो आदतें भी जरूर मिलेंगी ही ना....।

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सुहागरात के समय प्रेमसुख ने अपनी दुल्हन से पूछा - प्रिये! आखिर तुम खिड़की से बाहर इस तरह कब तक झांकती रहोगी?
दुल्हन बोली - दरअसल! मेरी मां ने मुझे कहा था कि सुहागरात मेरी जिंदगी की सबसे खूबसूरत रात होगी। इसीलिए मैं इस रात को इसके अंतिम पहर तक निहारती रहना चाहती हूं।

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घोंचूजी ने भागते हुए बस पकड़ी और ड्रायवर से बोले - यह बस क्या तेरी मां लगती है?
ड्रायवर - नहीं।
घोंचूजी - फिर, बहन लगती है?
ड्रायवर - नहीं।
घोंचूजी - तो फिर चढ़ने क्यों नहीं देता।

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पोंचूजी अपनी पत्नी का जनाजा लेकर जा रहे थे, जनाजे के आगे एक कुत्ता और पीछे आदमियों की लंबी लाइन थी। 
एक आदमी ने आकर पूछा - भाईसाहब! यह सब कैसे हुआ?
पोंचूजी - इसे इस कुत्ते ने काट लिया था।
आदमी - यह कुत्ता एक दिन के लिए उधार दे दि‍जिए ना।
पोंचूजी - पीछे लाइन में लगो।

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पोंचूज‍ी ने सुहागरात की सुबह अपनी पत्नी को 500 रुपए दिए।
पत्नी- यह क्या है?
पोंचूजी - मैंने आज तक किसी से फ्री में प्यार नहीं किया।
शरमा कर पत्नी ने 300 रुपए वापस ‍कर दिए और बोली - मैंने भी 200 रुपए से ज्यादा आज तक किसी से नहीं लिए।

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हॉट चमेली (अपनी मम्मी से बोली) - मैं आजकल जिस फिल्म की शूटिंग कर रही हूं, उसके हीरो और विलेन दोनों ही मुझसे शादी करना चाहते हैं, असल जिंदगी के लिए कौन-सा पति की भूमिका में फिट रहेगा।
मम्मी ने अपना संपूर्ण अनुभव इस्तेमाल करते हुए एक नेक सलाह दी - बेटी...! मेरी मान तो विलेन से शादी कर ले, क्योंकि हीरो को तो पीटने की आदत होती है, जबकि विलेन पिट कर भी हंसता रहता है। 

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