Friday, August 21, 2009

सेक्रेटरी से सहवास

सेक्रेटरी से सहवास

दो दोस्त उनमें से एक के ऑफिस में मिलते हैं, जो नयी टेक्नॉलजी में अत्याधिक रूचि रखने के लिए जाना जाता है।---------

“हाय दोस्त कैसे हो?” ---------

“अच्छा हूँ यार। मुबारक़ हो, तुम्हारी नयी सेक्रेटरी बहुत ख़ूबसूरत है!” ---------

“अच्छा, मुझे खुशी हुई जो तुम्हें वह पसन्द आयी। यक़ीन करो या नहीं, वह एक रोबोट है!” ---------

“हो ही नहीं सकता! ऐसा भला कैसे संभव है?” ---------

“ऐसा ही है! वह जापान में बनी आधुनिकतम मॉडल है। मैं तुम्हें बताता हूँ कि वह किस प्रकार से काम करती है। अगर तुम उसकी बायीं चूची दबाते हो, तो वह तुम्हारी बातें रिकॉर्ड करती है। अगर तुम उसकी दायीं चूची दबाते हो तो वह लेटर टाईप करती है। इतना ही नहीं, वह सेक्स भी कर सकती है!” ---------

“क्या बात कर रहे हो यार, तुम मज़ाक कर रहे हो, है ना?” ---------

“नहीं वो ऐसी ही है, अगर तुम चाहो तो आज़मा भी सकते हो” ---------

तब उसका दोस्त उसे रेस्टरूम में ले जाता है और थोङी देर रहता है, अचानक उसके चिल्लाने की आवाज़ आती है “आईईईईईईईईईई… बचाओ!” ---------

ओह्ह्ह्ह्हहह! ---------

“आहहह्ह्हहहहहह! हाय्य्ययययययय!” ---------

पहला दोस्त कहता है, “ओह! मैं तो उसे बताना भूल ही गया कि उसकी गाँड एक पेंसिल-शार्पनर है!” ---------

जिन्न से सेक्स

जिन्न से सेक्स

एक दिन एक युवा जोङी बहुत ही असाधारण गोल्फ कोर्स पर करोङो के घोङे के साथ गोल्फ का लुत्फ ले रहे हैं।-----------
तीसरे टी पर, पत्नी ने एक शॉट कोर्स के करीब के सबसे बङे घर के खिङकी में मार दिया।
वे पैदल वहाँ तक गये, ----------- दरवाजा खटखटाया, --------तो एक आवाज़ सुनायी दी, -------- “अंदर आ जाओ।” --------
दरवाजा खोलकर जब वे अंदर गये तो उन्हें हर ज़गह शीशे दिखे और एक टूटी बोतल फर्श पर थी।--------

सोफे पर बैठा एक आदमी कहता है, “क्या तुम्हीं लोगों ने मेरी खिङकी तोङी?” --------
पति माफी माँगने लगता है, -------- पर वह आदमी उसकी बात काट देता है।--------
“दरअसल, मैं आपको धन्यवाद करना चाहता हूँ---------मैं एक जिन्न हूँ,,,जो उस बोतल में बंद था, --------और आपका रास्ते से भटका हुआ शॉट मुझे आजाद करवा लाया। मुझे तीन इच्छाएँ पूरी करने का अधिकार है, अतः आप दोनों को मैं एक-एक इच्छा देता हूँ, और अंत में मैं एक रख लेता हूँ।” --------

“बहुत ख़ूब!” पति कहता है। “मैं जिन्दगी भर साल में 10 करोङ रूपये चाहता हूँ।” --------

“कोई समस्या नहीं है,” जिन्न ने कहा, “यह तो मेरे लिए सबसे कम कठिन कार्य है। और आप मैडम, आप क्या चाहतीं हैं?”

“मैं दुनिया के हर देश में एक घर चाहती हूँ,” पत्नी कहती है।--------

“आप समझिए कि ऐसा हो गया,” जिन्न ने जिन्न की ओर मुङते हुए उत्तर दिया। “और अब मेरी बारी। क्योंकि मैं बोतल में बन्द था तो मैंने बहुत लम्बे समय से किसी के साथ सहवाक नहीं किया है। मेरी इच्छा तुम्हारी बीवी के साथ सोने की है।”

पति ने पत्नी के चेहरे को गौर से देखा और कहा,,,,, “वैसे, हमें काफी दौलत और बहुत सारे घर मिल गये हैं। अगर तुम्हें आपत्ति न हो तो, मुझे भी कोई आपत्ति नहीं है।” --------

पत्नी राजी हो जाती है, और जिन्न उसे ऊपर ले जाता है, जहाँ वह उसे तीन घंटों तक भरपूर लगाता है।-------- ये सब पूरा हो जाने के बाद, जिन्न वहाँ से निपट कर हटता है, पत्नी को देखता है, और पूछता है, “वैसे, तुम्हारे पति की उम्र कितनी है?”

“पैंतीस साल,” वह उत्तर देती है।--------

“और वह अब तक जिन्न में विश्वास करता है?” --------

भगवान गायब

एक मन्दिर में बूरी नीयत वाले गायब हो जाते थे-----------
अमिताभ गया वह गायब, -----------हृत्तिक गया वह गायब, ----------- अक्षय गया वह गायब,
ऐश्वर्या गई -----------भगवान गायब-----------

कौन बनेगा करोड़पति

Who wants to be a millionaire? ------
बना ऐसा कि एक बार अमीताभ बच्चन कौन बनेगा करोड़पति शो के होस्ट थे और एक बरेलीवाले सज्जन कोन्टेस्टेन्ट थे तकदीर आज बरेलीवाले सज्जन के साथ थी और वह अन्तिम एक करोड़ रुपये के प्रश्न पर पहुँच गये

अमिताभ बच्चन - आप एक करोड़ रुपये के प्रश्न के लिये तैयार हैं?
सज्जन - बिल्कुल तैयार हूँ
अमिताभ बच्चन - प्रश्न है, अभिषेक बच्चन के पिता कौन हैं? और चार ओप्शन्स हैं: अमिताभ, संजीव कुमार, धर्मेन्द्र, राजेश खन्ना
सज्जन - यह तो आपने बहुत मुश्किल प्रश्न पूछा
अमिताभ बच्चन - अरे आप घबराईये नहीं, आपके पास तो अभी दो लाईफ लाईन बाकी हैं
सज्जन - लगता है मुझे वो दोनो लाईफ लाईन यूस करनी पड़ेगीं
अमिताभ बच्चन - ज़रूर आपकी एक लाईफ लाईन है फिफ्टी-फिफ्टी------ और दूसरी है कॉल अ फ्रेन्ड------ आप कौनसी लाईफ लाईन पहले यूस करेंगे?
सज्जन - पहले मैं फिफ्टी-फिफ्टी ट्राई करना चाहता हूँ------
अमिताभ बच्चन - ओके ------कम्प्यूटर, दो गलत जवाब निकालो, एक सही और एक गलत जवाब रहने दो------
कम्प्यूटरने दो ओप्शन्स छोड दिये - संजीव कुमार और धर्मेन्द्र
अमिताभ बच्चन बौखला कर कहते हैं - यह क्या? ------खैर छोडो, यह तो बाद में समझूँगा ------अब आपके दो ओप्शन्स हैं: संजीव कुमार और धर्मेन्द्र
सज्जन - यह तो और भी मुश्किल हो गया लगता है मुझे अपनी अन्तिम लाईफ लाईन भी काम में लेनी पड़ेगी ------
अमिताभ बच्चन - आपकी आखिरी लाईफ लाईन है फोन अ फ्रेन्ड, आप किसको फोन करना चाहेंगे? ------
सज्जन - इस प्रश्न के लिये तो जया बच्चन ही उपयुक्त रहेंगी? कृपया उनको फोन मिलायें
अमिताभ फोन मिलाते हैं------
अमिताभ बच्चन - हेलो मैं अमिताभ बोल रहा हूँ, आप कौन बनेगा करोड़पति शो पर हैं और अब एक करोड़ का प्रश्न है, कोन्टेस्टेन्ट आपसे सलाह करना चाहते हैं------ अब इन सज्जन को फोन देता हूँ, लीजिए बात करीये------
सज्जन - हेलो जयाजी आप कैसे हैं? एक करोड़ का प्रश्न है सोच कर जवाब दीजिएगा------
जया बच्चन - ज़रूर क्या प्रश्न है? ------
सज्जन - प्रश्न है: अभिषेक बच्चन के पिता कौन हैं? ------
जया बच्चन - और ओप्शन्स क्या-क्या हैं? ------?????????

बलात्कार --------

बलात्कार --------

जज ने कटघरे में खडे औरत से सवाल किया, '' तो आपको कब पता चला की आप पर बलात्कार हुवा है?""

औरत (अपने आंसू पोंछते हूए) - "" साब जब उस आदमी का दिया चेक बाऊंस हो गया तब''

वो सुबह कभी तो आयेगी

वो सुबह कभी तो आयेगी….

इन काली सदियों के सर से जब रात का आंचल ढलकेगा….
जब दुख के बादल पिघलेंगे जब सुख का सागर झलकेगा….
जब अम्बर झूम के नाचेगा जब धरती नगमे गायेगी….

वो सुबह कभी तो आयेगी….

जिस सुबह की खातिर जुग जुग से हम सब मर मर के जीते हैं….
जिस सुबह के अमृत की धुन में हम ज़हर के प्याले पीते हैं….
इन भूखी प्यासी रूहों पर इक दिन तो करम फ़रमायेगी….

वो सुबह कभी तो आयेगी….

माना के अभी तेरे मेरे अरमानों की क़ीमत कुछ भी नहीं….
मिट्टी का भी है कुछ मोल मगर इन्सानों की क़ीमत कुछ भी नहीं….
इन्सानों की इज़्ज़त जब झूठे सिक्कों में न तोली जायेगी….

वो सुबह कभी तो आयेगी….

दौलत के लिये जब औरत की इस्मत को ना बेचा जायेगा….
चाहत को ना कुचला जायेगा, इज़्ज़त को ना बेचा जायेगा….
अपनी काली करतूतों पर जब ये दुनिया शर्मायेगी….

वो सुबह कभी तो आयेगी….

बीतेंगे कभी तो दिन आखिर ये भूख के और बेकारी के….
टूटेंगे कभी तो बुत आखिर दौलत की इजारादारी के….
जब एक अनोखी दुनिया की बुनियाद उठाई जायेगी….

वो सुबह कभी तो आयेगी….

मजबूर बुढ़ापा जब सूनी राहों की धूल न फांकेगा….
मासूम लड़कपन जब गंदी गलियों में भीख न मांगेगा….
हक़ मांगने वालों को जिस दिन सुली न दिखाई जायेगी….