Wednesday, September 10, 2014

अभी तो सील भी नहीं टूटी ! पर छेदा बड़ा हैं !


एक गाँव में एक चौधरी के बेटे छेदामल का ब्याह  बड़ी मुश्किल से 40 वर्ष की उम्र  में 20 वर्ष की लड़की सरलो से शादी हो गयी।
शादी के बाद छेदामल जी दुल्हन सरलो को घर ले आये किन्तु सरलो  छेदामल के बारे में कुछ भी नहीं जानती थी यहाँ तक कि नाम भी नहीं !
और अगले दिन दुल्हन घूंघट लटकाए शरमाई हुई बैठी थी और मुंह दिखाई की रस्म शुरू हुई।
एक बुजुर्ग औरत आई, घूंघट उठाया और बोली, "बहु तो ढेर सोहनी है पर छेदा बड़ा है।"
दुल्हन सरलो चौंकी, सकुचाई पर चुप रही।
दूसरी औरत आई, घूंघट उठाया और बोली, "बहु तो सोहनी है पर छेदा बड़ा हैं।"
दुल्हन फिर चौंकी, सकुचायी पर चुप रही।
तीसरी औरत आई, घूंघट उठाया और बोली, "बहु तो चोखी है पर छेदा बड़ा है।"
सरलो को गुस्सा तो आया पर \'हूं हूं हूं\' करके रह गई!
चौथी औरत आई, घूंघट उठाया और बोली- बहु तो चाँद का टुकड़ा है पर इसके आगे छेदा बड़ा है !
सरलो और गुस्साई और "हूं हूं हूं हूं हूं हूं।"
पांचवीं औरत आई, घूंघट उठाया और बोली, "बहु तो बढ़िया है पर छेदा बड़ा है।"
दुल्हन सरलो  ने घूंघट उतार कर पीछे फेंका और जोर से गुर्राई- छेदा बड़ा है, छेदा बड़ा है, छेदा बड़ा है।
दुल्हन ने अपना लहंगा सिर तक ऊपर उठाया और बोली- गौर से देख लो सारे . अभी तो सील भी नहीं टूटी।

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